केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि रिकॉर्ड में साफ दर्ज है कि सरकार के वरिष्ठ अधिकारी, चाहे विदेश सचिव हों या राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई करने से हिचकते रहे. उन्होंने कहा, “पुलिस और सेना तो वहीं थी, लेकिन राजनीतिक नेतृत्व में इच्छाशक्ति की कमी थी.” नड्डा ने इस बात पर जोर दिया कि सही नेतृत्व के बिना प्रभावी कार्रवाई संभव नहीं होती.