तेलंगाना में किसानों की बदहाली और उनकी समस्याओं की अनदेखी को लेकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के वरिष्ठ नेता आरएस प्रवीण कुमार ने कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां किसानों के हितों को नजरअंदाज कर रही हैं और उनकी मुश्किलें बढ़ा रही हैं. महबूबाबाद जिले के बय्याराम मंडल में नकली मक्का बीजों ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है, जिसे लेकर प्रवीण कुमार ने सरकार की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया.
महबूबाबाद के संतुलाल पोडु तांडा के गांधमपल्ली गांव के किसान नायनी वेंकन्ना ने सात एकड़ जमीन किराए पर लेकर खेती शुरू की थी, लेकिन 45 दिन बाद उनके मक्के के पौधे एक-एक कर मरने लगे. वेंकन्ना ने बताया कि उन्होंने अपनी पत्नी के गहने गिरवी रखकर डेढ़ लाख रुपये का निवेश किया, लेकिन नकली बीजों ने उनकी मेहनत पर पानी फेर दिया. उन्होंने कहा, ‘अगर हमें न्याय नहीं मिला तो हम पति-पत्नी इस खेत में जहर खाकर जान दे देंगे.’
कांग्रेस ने किसानों के साथ किया है धोखा
प्रवीण कुमार ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, ‘कांग्रेस सरकार ने किसानों को धोखा दिया है. एक एकड़ में 30 क्विंटल उपज से किसानों को 3,500 रुपये का नुकसान हो रहा है, क्योंकि खरीद केंद्रों पर चावल का वजन चार किलो कम किया जा रहा है. इसके अलावा, 46 रुपये प्रति क्विंटल मजदूरी शुल्क वसूला जा रहा है. कुल मिलाकर, किसान प्रति एकड़ 4,880 रुपये का नुकसान झेल रहे हैं.’
नारायणपेट जिले के मकतल और हनमकोंडा जिले के परकाल में यूरिया की कमी ने भी किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. किसान घंटों कतार में खड़े होकर सिर्फ दो बोरी यूरिया पा रहे हैं. प्रवीण कुमार ने आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को यूरिया में प्राथमिकता दी जा रही है, जबकि गरीब किसान लाइन में खड़े रहते हैं.
किसानों को मिले उचित मुआवजा
उन्होंने सरकार से मांग की है कि नकली बीज बेचने वाली दुकानों पर सख्त कार्रवाई की जाए और किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए. साथ ही, यूरिया की आपूर्ति सुचारू करने और किसानों के हितों की रक्षा करने की अपील की. प्रवीण कुमार ने कहा कि बीआरएस किसानों के साथ खड़ी है और उनकी हर लड़ाई में साथ देगी.
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