तेलंगाना के जिले महबूबाबाद बय्यारम मंडल के रायकुंट गांव में एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने लोकतंत्र के मायनों पर सवाल खड़े कर दिए. जन्म से ही मूक-बधिर दिव्यांग महिला मंजूला अपनी पेंशन के लिए कांग्रेस विधायक कोरम कनकय्या के पैरों में गिरकर गिड़गिड़ाने लगी, लेकिन विधायक का दिल नहीं पसीजा और उन्होंने इस पल का वीडियो बनाना ज्यादा उचित समझा.
मंजूला पिछले दो साल से अपनी पेंशन के लिए दर-दर भटक रही है. उनका कहना है कि वह जन्म से ही मूक और बधिर हैं और दो साल पहले उनके पति का हार्ट अटैक से निधन हो गया था. आर्थिक तंगी के कारण वह अपना जीवनयापन करने के लिए संघर्ष कर रही हैं. सरकारी पेंशन उनके लिए जीवनरेखा हो सकती है, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के चलते उन्हें अब तक यह सुविधा नहीं मिल पाई है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो गया वीडियो
स्थानीय लोगों के अनुसार, जब मंजूला ने विधायक के पैरों में गिरकर अपनी फरियाद सुनाई, तो विधायक कोरम कनकय्या और उनके समर्थकों ने उनकी पीड़ा को महसूस करने के बजाए वीडियो बनाना शुरू कर दिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया, जिसमें दिख रहा है कि कैसे विधायक और उनके साथी महिला की पीड़ा का फायदा उठाकर अपनी सियासी रोटियां सेंकने में लगे हुए हैं.
जनता की तकलीफ नजरअंदाज कर रहे जनप्रतिनिधि
यह घटना तेलंगाना में कांग्रेस सरकार के गरीबों और जरूरतमंदों के प्रति उदासीन रवैये को दर्शाती है. पिछले कुछ महीनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां जनप्रतिनिधियों ने गरीबों की समस्याओं को नजरअंदाज किया है. स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह घटना उस व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है जहां जनता के प्रतिनिधि उनकी सेवा करने के बजाए उनकी पीड़ा का मजाक बनाते हैं.
मामले पर विधायक ने अब तक नहीं की कोई टिप्पणी
विधायक कोरम कनकय्या ने इस मामले पर अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन उनके कुछ समर्थकों ने सोशल मीडिया पर दावा किया है कि महिला को पेंशन दिलाने की प्रक्रिया चल रही है. हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सिर्फ एक बहाना है और विधायक का इस मामले में कोई ठोस कदम उठाते हुए नहीं देखा गया है.


