जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में हुए हादसे में रामनगर तहसील के SDM राजिंद्र सिंह राणा और उनके बेटे की मौत हो गई. ये हादसा उस समय हुआ जब SDM परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के साथ बोलेरो में सवार होकर धर्मारी से अपने पैतृक गांव पट्टियां लौट रहे थे. पुलिस ने शुक्रवार (1 अगस्त, 2025) को जानकारी दी है.
यह घटना गुरुवार रात सलुख इख्तर नाला क्षेत्र में हुई. अचानक लैंडस्लाइड होने के कारण भारी मलबा उनके वाहन पर आ गिरा. स्थानीय निवासियों और पुलिस की मदद से तुरंत बचाव अभियान शुरू किया गया और सभी घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया. प्रारंभिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायलों को रियासी के जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है.
#WATCH | Reasi, J&K | Medical Superintendent of District Hospital Reasi, Dr Gopal Dutt says, “As we received information about the incident, we sent two ambulances to the spot. Six people were admitted to the hospital…We have lost a young officer in this incident…” https://t.co/3s1iNCRRV0 pic.twitter.com/SAsDmARD3A
— ANI (@ANI) August 2, 2025
जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने क्या बताया ?
रियासी जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गोपाल दत्त ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही हमने दो एम्बुलेंस मौके पर भेजीं. छह लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस घटना में हमने एक युवा अधिकारी खो दिया है.
Extremely saddened by the landslide incident in Dharmari, Reasi in which we have lost an outstanding officer Sh Rajinder Singh, JKAS 2011, SDM Ramnagar & his son. The tragedy is heart-wrenching. My deepest condolences to bereaved family & I pray that the injured recover quickly.
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) August 1, 2025
जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट कर धर्मारी में हुए भूस्खलन की घटना पर दुःख जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि हमने एक उत्कृष्ट अधिकारी, जेकेएएस 2011, एसडीएम रामनगर राजिंदर सिंह और उनके पुत्र को खो दिया है. यह त्रासदी हृदय विदारक है. शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं और मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल शीघ्र स्वस्थ हों.
2011 बैच के अधिकारी राणा रामनगर एसडीएम के पद पर तैनात थे. इससे पहले पूर्वी लद्दाख में सेना के वाहन पर चट्टान से पत्थर गिरने के कारण दो सैन्यकर्मियों की जान चली गई थी.
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