देश के अलग-अलग राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदायों के बीच एकता की अपील की है. यह अपील गोवा में 7 अगस्त को होने वाली 10वीं राष्ट्रीय ओबीसी महासभा के पोस्टर अनावरण को लेकर की गई. इस आयोजन का नेतृत्व बीसी वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जाजुला श्रीनिवास गौड़ ने किया.
कार्यक्रम में बीजेपी सांसद और पूर्व मंत्री एटाला राजेंद्र, AIMIM अध्यक्ष और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी और बीआरएस राज्यसभा सांसद वडडीराजु रवि चंद्र ने हिस्सा लिया. नेताओं ने ओबीसी समुदायों की आबादी के अनुपात में समान प्रतिनिधित्व और अधिकारों की मांग के लिए एकजुट होने पर जोर दिया.
सामूहिक रूप से करना होगा काम
एटाला राजेंद्र ने कहा, ‘ओबीसी समुदायों के लिए बेहतर दिन आने वाले हैं. हमें राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर सभी क्षेत्रों में अपना हक हासिल करने के लिए सामूहिक रूप से काम करना होगा.’ असदुद्दीन ओवैसी ने भी समान विचार व्यक्त करते हुए कहा, ‘पिछड़े समुदायों में राजनीतिक एकता स्थायी बदलाव लाने के लिए जरूरी है.’
महासभा के लिए जुटान के तहत, निमंत्रण पत्र एटाला राजेंद्र को उनके आवास, ओवैसी को दरुस्सलाम और रवि चंद्र को उनके घर पर व्यक्तिगत रूप से सौंपे गए. सभी नेताओं ने गोवा आयोजन में भाग लेने और देशभर से व्यापक भागीदारी को प्रोत्साहित करने की प्रतिबद्धता जताई.
ओबीसी समुदायों की सामूहिक ताकत और संकल्प
जाजुला श्रीनिवास गौड़ ने बताया कि गोवा के डॉ. श्याम प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में होने वाली यह महासभा भारत भर के ओबीसी समुदायों की सामूहिक ताकत और संकल्प को प्रदर्शित करेगी. कार्यक्रम में कुंडारम गणेश चारी (अध्यक्ष, बीसी जेएसी), चिन्ना श्रीसैलम यादव (अध्यक्ष, ज्योतिबा फुले जयंती समारोह समिति), तातिकोंडा विक्रम गौड़ (अध्यक्ष, बीसी स्टूडेंट्स एसोसिएशन) और कनकाला श्याम कुरुमा (अध्यक्ष, बीसी यूथ एसोसिएशन) जैसे सामुदायिक प्रतिनिधि और युवा नेता मौजूद थे.
आयोजकों ने कहा कि यह आयोजन ओबीसी समुदायों के लिए राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक प्रतिनिधित्व बढ़ाने की मांग का मंच होगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि यह पिछड़ा वर्ग सशक्तिकरण आंदोलन में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा.
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