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2 करोड़ की रकम, पूर्व मंत्री से कनेक्शन और बच्चों की किडनैपिंग… मुंबई में स्टूडियो कांड की इन
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2 करोड़ की रकम, पूर्व मंत्री से कनेक्शन और बच्चों की किडनैपिंग… मुंबई में स्टूडियो कांड की इन

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मुंबई के पवई में गुरुवार को हुए किडनैपिंग कांड मामले नई बात सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि आरोपी रोहित आर्य पिछले एक साल से महाराष्ट्र सरकार और शिक्षा विभाग से नाराज था और खुद को ‘माझी शाळा, सुंदर शाळा’ योजना का असली कॉन्सेप्ट क्रिएटर बताता था.

सरकार से 2 करोड़ के भुगतान का विवाद
रोहित आर्य का दावा था कि 2022 में शुरू की गई ‘माझी शाळा, सुंदर शाळा’ योजना का विचार उसकी बनाई फिल्म ‘लेट्स चेंज’ से लिया गया था. उसने कहा था कि सरकार ने उसकी फिल्म और कॉन्सेप्ट का इस्तेमाल किया, लेकिन न तो उसका नाम दिया गया और न ही वादा किया गया 2 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया. रोहित के मुताबिक, तत्कालीन शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने उसके प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी और 2 करोड़ रुपये का बजट तय किया था. लेकिन प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद भुगतान नहीं हुआ. इसी को लेकर आर्य ने कई बार धरना, प्रदर्शन और यहां तक कि अनशन भी किया था.

‘मेरी मेहनत छीन ली गई’ – रोहित आर्य
अपने एक पुराने बयान में रोहित ने कहा था कि अगर उसने आत्महत्या की तो इसके जिम्मेदार पूर्व मंत्री दीपक केसरकर, उनके निजी सचिव मंगेश शिंदे और कुछ अधिकारी होंगे. उसने कहा था, ‘उन्होंने मुझसे काम करवाया और फिर मेरी मौजूदगी तक नकार दी.’ आर्य का कहना था कि उसे सिस्टम ने पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया और उसके विचार को सरकार ने बिना श्रेय के इस्तेमाल किया.

सरकार और अफसरों की सफाई
रोहित के आरोपों पर शिक्षा सचिव रंजीत सिंह देओल ने कहा कि आर्य को किसी प्रकार की भुगतान की सहमति नहीं दी गई थी. उन्होंने कहा, ‘रोहित आर्य ने स्वेच्छा से काम किया था और उसे इसके लिए एक प्रमाणपत्र भी दिया गया था. सरकार पर कोई बकाया नहीं था.’ वहीं, पूर्व मंत्री दीपक केसरकर ने भी कहा कि आर्य को ‘स्वच्छता मॉनिटर’ प्रोजेक्ट में काम मिला था और उसने विभाग से सीधे भुगतान लिया था.

ऑडिशन के बहाने 17 बच्चे बंधक
गुरुवार दोपहर पवई पुलिस को सूचना मिली कि RA स्टूडियो में एक व्यक्ति ने बच्चों को बंधक बना लिया है. पुलिस और क्विक रिएक्शन टीम (QRT) मौके पर पहुंची और 35 मिनट के अंदर अभियान चलाकर सभी 17 बच्चों और दो वयस्कों को सुरक्षित बचा लिया. आर्य के पास एक एयर गन, कुछ रसायन और लाइटर मिले. जब उसने पुलिस पर फायरिंग की कोशिश की, तो पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें वह घायल हुआ और बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई.

वायरल वीडियो में कहा था- ‘मुझे बात करनी है’
स्टूडियो में घुसने से पहले आर्य ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया था. उसमें वह कह रहा था, ‘मैं रोहित आर्य हूं. आत्महत्या करने के बजाय मैंने एक योजना बनाई और कुछ बच्चों को बंधक बना लिया है. मेरी मांगें नैतिक हैं, मुझे सिर्फ बातचीत करनी है, मैं कोई आतंकवादी नहीं हूं.’ उसने चेतावनी दी थी कि अगर पुलिस ने जरा सी गलती की, तो वह कमरे में आग लगा देगा.

विपक्ष का सरकार पर निशाना
कांग्रेस की मुंबई अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने इस घटना को ‘कानून-व्यवस्था की नाकामी’ बताया और राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘रोहित आर्य ने बार-बार सरकार से अपनी मांगें उठाईं, लेकिन उसकी बात नहीं सुनी गई. आज उसी लापरवाही के कारण कई बच्चों की जान खतरे में पड़ गई.’



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