कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार (02 अक्टूबर, 2025) को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को एक निर्भीक नेता बताया. उन्होंने राहुल गांधी की ओर से कोलंबिया में भारत में लोकतंत्र को लेकर दिए गए बयानों का बचाव किया. चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी ने वही कहा, जो देश में वास्तव में हो रहा है.
अधीर रंजन ने कहा, ‘राहुल गांधी जो कह रहे हैं, वह हमारे देश में हो रही सच्चाई को दिखाता है. अगर हम सोनम वांगचुक का उदाहरण लें तो कोई कैसे कह सकता है कि यह लोकतांत्रिक है? पूरी दुनिया देख रही है. यहां तक कि गाजा और फिलिस्तीन में भी हमें आम लोगों पर इजरायल के हमलों का विरोध करना चाहिए था, लेकिन हम वो भी नहीं कर पाए.’
भारत को चीन या रूस जैसा बनने से रोकना उद्देश्य
ANI से बातचीत के दौरान अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘अब तक संविधान को बचाने की जो लड़ाई चल रही है, वह राहुल गांधी के नेतृत्व में शुरू हुई थी. यह पूरी लड़ाई इस बात पर केंद्रित रही है कि भारत को चीन या रूस जैसा बनने से कैसे रोका जाए.’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘राहुल गांधी ने संविधान बचाओ यात्रा की शुरुआत की थी, ताकि भारत में लोकतंत्र और संविधानिक अधिकार सुरक्षित रहें. राहुल गांधी एक ऐसे व्यक्ति हैं जो सच बोलते हैं, उन्हें किसी चीज से डर नहीं लगता. वह जो सफेद है उसे सफेद और जो काला है उसे काला कहते हैं, यही राहुल गांधी में ताकत है.’
ट्रंप को लेकर क्या बोले थे राहुल गांधी?
उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी एक निर्भीक नेता हैं और उनके पास इतनी हिम्मत है कि वह ट्रंप के देश में जाकर उनके खिलाफ बयान दे सकें. राहुल गांधी ने संसद में अपनी बहस के दौरान जोर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह ऐलान करना चाहिए कि डोनाल्ड ट्रंप एक झूठे व्यक्ति हैं.’
चौधरी ने आगे कहा, ‘मैं भाजपा के प्रवक्ताओं से पूछना चाहता हूं कि राहुल गांधी ने कौन-सा अपराध किया है? आपको आत्ममंथन करने की जरूरत है. वह महात्मा गांधी के सिद्धांतों के अनुयायी हैं, जो सत्य और आत्मबल पर आधारित हैं. सत्य बल, आत्मबल और नैतिक बल हमारे दर्शन के मूल हैं. अब तक प्रधानमंत्री मोदी की हिम्मत नहीं हुई थी कि वे डोनाल्ड ट्रंप को झूठा कह सकें.’
डोनाल्ड ट्रंप के बयानों पर सरकार की चुप्पी
उन्होंने आगे कहा, ‘डोनाल्ड ट्रंप खुद ही सारी वाहवाही लूटते रहे हैं. वह यह दावा करते हैं कि उन्होंने दुनिया को सात युद्धों से बचा लिया, जिनमें भारत और पाकिस्तान का टकराव भी शामिल है, जो परमाणु युद्ध की कगार पर था, लेकिन इस सबके बीच हमारी सरकार चुपचाप बैठी रही और ट्रंप के बयानों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.’
सरकार पर सवाल खड़े करते हुए अधीर रंजन ने कहा, ‘हमारी सरकार डोनाल्ड ट्रंप के बार-बार दिए गए बयानों पर मूक दर्शक बनी रही और सही ढंग से प्रतिक्रिया देने में विफल रही, लेकिन इसी मुद्दे पर राहुल गांधी ने ट्रंप की आलोचना की और कहा कि ट्रंप ने अमेरिका में नस्ल और अन्य मुद्दों पर समाज को बांटा, जिससे वैश्विक अस्थिरता पैदा हुई. राहुल गांधी ने इतने शक्तिशाली अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की खुलकर आलोचना करने का साहस दिखाया.’
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