धर्मांतरण के धंधेबाज छांगुर बाबा को लेकर रोज नए-नए जानकारी निकल कर सामने आ रहे हैं. इस बीच ED ने छांगुर बाबा धर्मांतरण मामले में बड़ा खुलासा किया है. ED ने छांगुर बाबा के पनामा कनेक्शन का पता लगाया है. जांच एजेंसी के मुताबिक छांगुर बाबा के राजदार नवीन ने पनामा में 10 हजार डॉलर (8 लाख 62 हजार) लगाकर एक शैल कंपनी खड़ा की थी. इस कंपनी में कुछ विदेशी नागरिकों को भी शामिल किया गया था. ED को शक इसी शेल कंपनी के ज़रिए करोड़ो रुपये की मनी लांड्रिंग की गई है.
छांगुर बाबा के राजदार नवीन ने जिस शैल कंपनी को पनामा में खड़ा किया था, उसमें जिन विदेशी नागरिकों को शामिल किया गया था उनके पद और नाम भी सामने आ गए हैं, जो इस प्रकार है:
अध्यक्ष: एरियल रिकार्डो पाडिला गॉर्डन
कोषाध्यक्ष: एनाबेल लोरेना लैंडिरेस मोंगे
सचिव: ब्रेंडा पाटियो डे टोरेस*
बता दें कि ये एक फ्रॉड का वो सामान्य तरीका होता है, जहां कंपनियों में दिखावे के लिए विदेशी नागरिकों के नाम होते हैं, लेकिन संचालन किसी और के हाथ में होता है.
शिपिंग कंपनी की तर्ज पर शैल कंपनी बनाई
नवीन ने पनामा में शिपिंग कंपनी की तर्ज पर शैल कंपनी बनाई थी. ED को शक है कि इसके जरिए करोड़ो रुपए की मनी लांड्रिंग की जा रही थी. कंपनी का पूरा कंट्रोल नवीन रोहरा का ही था. ED को ये दस्तावेज नवीन के ठिकानों से सर्च के दौरान बरामद हुए है. कंपनी का पूरा नाम LOGOS MARINE SA था, जो साल 2003 में पनामा (Panama) में रजिस्टर्ड की गई थी. इसका पता था- 30वीं स्ट्रीट, बाल्बोआ एवेन्यू, बिल्डिंग नंबर 39, पनामा सिटी, पनामा रिपब्लिक है. ये कंपनी पनामा के एक फर्म इंटरनेशनल शिपिंग ब्यूरो के ज़रिए कानून के तहत रजिस्टर्ड की गई थी, जिसके लिए पूरे दस हजार डॉलर लगाए गए थे. यानी कागजों के मुताबिक इस कंपनी की अधिकृत शेयर पूंजी (Authorised Share Capital) 10,000 डॉलर रखी गई थी.