रूस पर यूरोपीय संघ के नए प्रतिबंधों और डॉलर इंडेक्स में कमजोरी के चलते वैश्विक स्तर पर निवेशकों का रुझान सोना-चांदी जैसे सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ा है। इससे अंतरराष्ट्रीय और भारतीय बाजारों में बुलियन की कीमतें स्थिर और मजबूत बनी हुई हैं, हालांकि खुदरा कारोबार फिलहाल धीमा है।
By Anurag Mishra
Publish Date: Sun, 20 Jul 2025 11:27:12 AM (IST)
Updated Date: Sun, 20 Jul 2025 12:56:11 PM (IST)
HighLights
- डॉलर कमजोर, रूस पर प्रतिबंध से बाजार अस्थिर।
- निवेशकों का रुझान सुरक्षित बुलियन की ओर बढ़ा।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोना-चांदी वायदा में उछाल।
बिजनेस डेस्क, इंदौर। रूस पर यूरोपीय संघ द्वारा लगाए गए नए प्रतिबंधों और डॉलर इंडेक्स में आई कमजोरी ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता को जन्म दिया है। इसी अस्थिरता के बीच सोना-चांदी जैसी कीमती धातुओं में निवेशकों की दिलचस्पी एक बार फिर बढ़ गई है।
निवेशकों का झुकाव अब जोखिम वाले शेयर बाजार से हटकर सुरक्षित माने जाने वाले बुलियन मार्केट की ओर हो रहा है, जिससे अंतरराष्ट्रीय और भारतीय दोनों बाजारों में कीमती धातुओं की कीमतों में मजबूती देखी जा रही है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में दिखी मजबूती
शुक्रवार को कामेक्स पर सोना वायदा 3350 डॉलर प्रति औंस और चांदी वायदा 38.19 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ। इस उछाल की वजह भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता मानी जा रही है। निवेशक अब सुरक्षित विकल्प के रूप में सोना और चांदी को प्राथमिकता दे रहे हैं।
स्थानीय बाजार में भाव स्थिर
अंतरराष्ट्रीय रुख का असर इंदौर समेत देश के अन्य सराफा बाजारों में भी देखने को मिला। शनिवार को इंदौर में सोना केडबरी 98200 रुपये प्रति दस ग्राम और चांदी चौरसा 112800 रुपये प्रति किलो पर स्थिर रही। हालांकि गहनों का कारोबार कमजोर बना रहा।
अन्य शहरों के भाव
उज्जैन में सोना स्टैंडर्ड 98300 और चांदी टंच 112900 रुपये प्रति किलो दर्ज की गई। वहीं रतलाम में चांदी चौरसा 114000 और सोना स्टैंडर्ड 100900 रुपये (आरटीजीएस) रहा।