IPO लाने की तैयारी कर रही आईवियर रिटेलर लेंसकार्ट (Lenskart) का वित्त वर्ष 2024-25 में रेवेन्यू 75.5 करोड़ डॉलर रहने की उम्मीद है। भारतीय करेंसी में यह अमाउंट लगभग 6415 करोड़ रुपये बैठता है। इसमें डोमेस्टिक और इंटरनेशनल दोनों कारोबारों से रेवेन्यू शामिल है। मनीकंट्रोल ने कंपनी के इंटर्नल डॉक्युमेंट्स का रिव्यू किया है। कंपनी इस साल के आखिर तक शेयर बाजार में लिस्ट होने की तैयारी में है।
वित्त वर्ष 2023 में लेंसकार्ट का रेवेन्यू 44.3 करोड़ डॉलर और वित्त वर्ष 2024 में 64.5 करोड़ डॉलर था। इन दो वित्त वर्षों के दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 46 प्रतिशत बढ़ा। वहीं वित्त वर्ष 2024 से वित्त वर्ष 2025 तक लेंसकार्ट की रेवेन्यू ग्रोथ सालाना आधार पर 17 प्रतिशत दर्ज की जा सकती है।
भारत के कारोबार से कितना रेवेन्यू
वित्त वर्ष 2025 में लेंसकार्ट की 75.5 करोड़ डॉलर की सेल्स का बड़ा हिस्सा उसके भारतीय कारोबार से रहने वाला है। लेंसकार्ट का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025 में भारतीय कारोबार से रेवेन्यू 45.5 करोड़ डॉलर (3,865 करोड़ रुपये) दर्ज होगा। वहीं बाकी 30 करोड़ डॉलर (2,550 करोड़ रुपये) का रेवेन्यू इंटरनेशनल ऑपरेशंस से रहेगा। वित्त वर्ष 2023 से लेंसकार्ट के रेवेन्यू का 60 प्रतिशत हिस्सा भारत से और बाकी हिस्सा अंतरराष्ट्रीय बाजारों, खासकर दक्षिण पूर्व एशिया (SEA) से आया है।
डॉक्युमेंट के मुताबिक, लेंसकार्ट का एवरेज कॉस्ट प्राइस 8 डॉलर यानि 682 रुपये और एवरेज सेलिंग प्राइस 28 डॉलर यानि 2380 रुपये है। इसका मतलब हुआ कि 70 प्रतिशत का ग्रॉस मार्जिन। अप्रैल-सितंबर 2024 के दौरान कंपनी के पास लगभग 20 करोड़ डॉलर का कैश था।
ला सकती है 1 अरब डॉलर का IPO
मनीकंट्रोल को सूत्रों से पता चला है कि कंपनी 1 अरब डॉलर से अधिक का पब्लिक इश्यू लाने की सोच रही है। इसके लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास जमा करने की फाइनल स्टेज में है। लेंसकार्ट को साल 2008 में पीयूष बंसल, अमित चौधरी, नेहा बंसल और सुमीत कपाही ने शुरू किया था। पीयूष बंसल, रिएलिटी शो शार्क टैंक इंडिया में जज के तौर पर देखे जा चुके हैं। लेंसकार्ट भारत के सबसे बड़े ओम्नी-चैनल आईवियर ब्रांड के रूप में विकसित हुई है। यह ऑनलाइन तो मौजूद है ही, साथ ही इसके 2,000 से अधिक फिजिकल स्टोर भी हैं।
निवेशकों में कौन-कौन शामिल
लेंसकार्ट में सॉफ्टबैंक, टेमासेक, अबू धाबी इनवेस्टमेंट अथॉरिटी (ADIA), अल्फा वेव ग्लोबल, KKR, केदारा कैपिटल और TPG जैसे प्रमुख निवेशकों का पैसा लगा हुआ है। लेंसकार्ट आधिकारिक तौर पर एक पब्लिक कंपनी बन गई है। लेंसकार्ट के बोर्ड ने 30 मई 2025 को एक असाधारण आम बैठक के दौरान अपना नाम लेंसकार्ट सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड से बदलकर लेंसकार्ट सॉल्यूशंस लिमिटेड करने के लिए एक विशेष प्रस्ताव पारित किया।