केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार (16 सितंबर 2025) को नई दिल्ली में एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रमुखों के दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया. इस सम्मेलन में देशभर से आए जांच एजेंसियों के नुमाइंदों ने हिस्सा लिया.
अमित शाह की मौजूदगी में आज देश के अलग-अलग हिस्सों में 4000 किलो से ज्यादा ड्र्ग्स को नष्ट किया गया. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और देश के अलग-अलग राज्यों की पुलिस के समन्वय से ये कार्रवाई की गई. अगले 15 दिनों में देशभर में 1 लाख किलो ड्रग्स को नष्ट किया जाएगा. इस दौरान अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि नशे के खिलाफ 2019 से संस्थागत लड़ाई को मजबूती से लड़ने की शुरुआत की.
प्रधानमंत्री का नशा मुक्त भारत का संकल्प
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का नशा मुक्त भारत का संकल्प तभी सफल हो सकता है, जब इसमें सिर्फ NCB और गृह मंत्रालय नहीं बल्कि सभी राज्य सरकारें और उनके विभाग इसमें शामिल हों. विकसित भारत की रचना करनी है तो युवा पीढ़ी को ड्रग से बचाना बहुत जरूरी है. देश की नींव युवा पीढ़ी और आने वाले नस्लें ही खोखली हो जाएंगी तो देश विकास के रास्ते से हट जाएगा.
उन्होंने कहा कि इस 6-7 साल के अभियान में प्लानिंग से लेकर आगे तक की सभी स्टेज हम पार कर चुके हैं. अब समय एक्शन और एग्जीक्यूशन में स्केल बदलने का आ गया है. देश के सभी एंट्री प्वाइंट पर कार्टेल, एंट्री प्वाइंट से देश के अंदर लाने वाला कार्टेल और अंदर से पान की दुकान तक लाने वाला कार्टेल, अब इन तीनों कार्टेल पर कड़ाई से कार्रवाई करनी पड़ेगी.
नशामुक्त भारत अभियान 372 जिलों में जारी
अमित शाह ने कहा कि नशामुक्त भारत अभियान 372 जिलों में चल रहा है. ये पर्याप्त नहीं है. ये हर जिले में चलना चाहिए और हर शैक्षणिक संस्थान पर हमारी पहुंच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भगोड़ों का निर्वासन और प्रत्यर्पण बहुत जरूरी है. अब समय आ गया है, बाहर बैठकर देश में ड्रग्स भेजने वाले लोगों का प्रत्यपर्ण जरूरी है. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सभी लोग सीबीआई के साथ बात करके ऐसे लोगों के प्रत्यपर्ण को लेकर काम करें. सिंथेटिक ड्रग्स के चलन पर भी ध्यान दें. उनको भी नष्ट करने का काम हो. इनकी लैब्स को भी समाप्त करना है. आज 4800 करोड़ से ज्यादा की ड्रग्स को नष्ट करने का काम किया है. पुलिस के पास पड़ी जब्त ड्रग्स को भी नष्ट करना जरूरी है.
हम राज्यों की लगातार मदद करेंगे- केंद्रीय गृह मंत्री
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हम राज्यों की लगातार मदद करेंगे. फाइनेंशियल ट्रेल, हवाला लिंक, क्रिप्टो लिंक आदि इन सबको पकड़ने की जरूरत है. मादक पदार्थों की तस्करी में विदेशी भगोड़ों को लाने के लिए और यहां से निर्वासन के लिए सभी लोगों और एजेंसियों को एकसाथ मिलकर काम करना होगा. इसमें एंटी नार्कोटिक्स टास्क फोर्स की भूमिका बहुत ही प्रमुख होनेवाली है. उन्होंने कहा कि पिछले दस सालों में एक करोड़ किलो से अधिक के ड्रग्स को पकड़ा गया है जबकि उससे पहले 2005 से 2014 तक 26 लाख किलो था. अगले दस साल में नशे के खिलाफ लड़ाई नहीं जीते तो ये लड़ाई नशे के खिलाफ हम हार जाएंगे. छुटपुट केस करने की जगह पूरे ड्रग कार्टेल को एंटी नार्कोटिक्स टास्क फोर्स को नष्ट करना होगा.
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