भारतीय जनता पार्टी (BJP) की तमिलनाडु इकाई के प्रमुख नैनार नागेंद्रन ने शुक्रवार (1 अगस्त, 2025) को दावा किया कि उन्हें इस बात की सटीक जानकारी नहीं है कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से नाता क्यों तोड़ लिया. भाजपा नीत गठबंधन से नाता तोड़ने की पनीरसेल्वम की ओर से गुरुवार (31 जुलाई) को की गई घोषणा को अधिक तवज्जो नहीं देते हुए नागेंद्रन ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने ऐसा निर्णय क्यों लिया है.
अगर पीएम से मिलना चाहते थे तो इंतजाम करा देता- नागेंद्रन
नागेंद्रन ने मदुरै में पत्रकारों से कहा, “अगर इसका प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से नहीं मिल पाने से कोई लेना-देना होता, तो वह मुलाकात कराने को तैयार थे. अगर पनीरसेल्वम मुझसे अनुरोध करते, तो मैं मुलाकात का इंतजाम करा देता.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम विधानसभा सत्र के दौरान और यहां तक कि फोन पर भी संपर्क में थे. मुझे नहीं पता कि उनकी कोई निजी समस्या है या कोई अन्य मुद्दा है. घोषणा से पहले मैंने उनसे फोन पर बात की थी और यहां तक कि उनसे और टीटीवी दिनाकरन (एक अन्य सहयोगी) से अनुरोध किया था कि वे कोई कठोर निर्णय न लें.’’
यह पूछे जाने पर कि पनीरसेल्वम ने इस बात पर खेद जताया है कि 27 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी के तमिलनाडु दौरे के दौरान वह उनसे नहीं मिल पाए, तो नागेंद्रन ने कहा, ‘‘मुझे इसकी जानकारी नहीं है. अगर मुझे उस समय बताया गया होता, तो मैं उनकी मुलाकात की व्यवस्था कर देता.’’ उन्होंने इससे इनकार किया कि पनीरसेल्वम ने अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (AIADMK) के महासचिव ईके. पलानीस्वामी के भाजपा पर दबाव के कारण गठबंधन से नाता तोड़ा.
सीएम स्टालिन और पनीरसेल्वम की मुलाकात पर बोले नागेंद्रन
नागेंद्रन ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि उन्होंने (पनीरसेल्वम) मुख्यमंत्री (स्टालिन) से क्यों मुलाकात की. हो सकता है कि उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए या निजी कारणों से मुलाकात की हो. कोई भी मुख्यमंत्री से मिल सकता है, अगर मुझे आवश्यकता होगी तो मैं भी उनसे मिल सकता हूं.’’
यह भी पढ़ेंः कांग्रेस के राष्ट्रीय कानूनी सम्मेलन का आयोजन कल, खरगे और राहुल करेंगे संबोधित