देश की संसद में 21 जुलाई से मानसून सत्र की शुरुआत होने वाली है. इस मानसून सत्र में विपक्ष में बैठा इंडिया गठबंधन केंद्र सरकार को घेरने की तैयारी में जुटा हुआ है. इसके लिए इंडिया गठबंधन के प्रमुख नेताओं ने शनिवार (19 जुलाई, 2025) को वर्चुअल मीटिंग की. मीटिंग में आगामी मानसून सत्र की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गई.
इस ऑनलाइन बैठक को लेकर कांग्रेस के सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “इंडिया गठबंधन में कुल 24 दल शामिल है. शनिवार (19 जुलाई) को मानसून सत्र से पहले सरकार की ज्यादती और असफलताओं के मुद्दे के उठाने के लिए रणनीति पर चर्चा करने के लिए ये बैठक हुई.”
उन्होंने कहा, “इस ऑनलाइन बैठक में लगभग सभी 24 दलों के मुखिया और उनके समकक्ष लोग शामिल हुए. बैठक में मानसून सत्र के दौरान खासतौर पर 8 प्रमुख मुद्दे को उठाने पर चर्चा हुई.”
बैठक में किन-किन मुद्दों को लेकर बनी रणनीति?
सांसद ने कहा, “बैठक के दौरान सबसे पहले और सबसे बड़े मुद्दा के तौर पर पहलगाम आतंकी हमले को रखा गया, जिस पर सभी पार्टी के नेताओं की सहमति बनी. चर्चा के दौरान सभी लोगों ने पहलगाम की घटना पर चिंता व्यक्त की और तय किया कि मानसून सत्र में पहलगाम मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाएगा. सारे आतंकवादी कहां गायब हैं? अब तक पकड़े क्यों नहीं गए? ऑपरेशन सिंदूर और सीजफायर को लेकर ट्रंप के बयान के मुद्दे को भी उठाएंगे. बैठक में तय हुआ है कि सत्र के दौरान भारत के प्रधानमंत्री से उपस्थित रहने और इस मुद्दे पर जवाब देने की मांग की जाएगी.”
उन्होंने कहा, “ऑनलाइन बैठक में मानसून सत्र के दौरान विपक्ष की ओर आठ प्रमुख मुद्दों उठाए जाने को लेकर चर्चा हुए. पहलगाम आतंकी हमले के अलावा विपक्ष बिहार में विशेष मतदाता पुनरीक्षण (SIR) के मुद्दे को भी उठाएगी. विदेश नीति के मुद्दे को लेकर भी चिंता बढ़ी है. यह मुद्दा भी उठाएंगे. इसके अलावा, डिलिमिटेशन, पिछड़ों और दलितों पर अत्याचार, अहमदाबाद प्लेन क्रैश का मुद्दा भी उठाया जाएगा.”
जल्द ही गठबंधन की होगी फिजिकल बैठक- तिवारी
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “मानसून सत्र के दौरान विपक्ष सदन में विदेश नीति मामले में चीन और गाजा के मुद्दे को भी उठाएगा और इसे लेकर जल्द ही इंडिया गठबंधन की एक फिजिकल बैठक भी आयोजित की जाएगी.
यह भी पढ़ेंः उत्तरकाशी हेलीकॉप्टर क्रैशः AAIB ने जारी की शुरुआती रिपोर्ट, कहा- ‘पायलट ने इमरजेंसी लैंडिंग की कोशिश की और…’